गोरखाओं की भारतीय सेना में भर्ती होने से नेपाल हो रहा हे परेशान, ये हे बड़ी बजह ..
हमारे भारतीय सेना, जिसमे हर साल 1300 से ज्यादा गोरखा जवानों की भर्ती होती हे। ये देख कर नेपाल परेशान हो रहा हे। नेपाल के मुताबिक इस संधि के कारण नेपाल को बहत नुकसान हो रहा हैं। नेपाल अपना सैनिकों के चयन और सीमा पर उनकी तैनाती में भी अपनी भूमिका चाहता है, जो नामुमकिन हे।
कुछ दिन पहले भारत और नेपाल के बीच तनाव बढ़ गया था। और अब नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ग्यावली ने इंडियन आर्मी में गोरखा सैनिकों की भर्ती की समीक्षा की बात की।
नेपाल के बीच के संधि हे ?
अंग्रेजों के जाने के बाद साल 1950 में 30 जुलाई को भारत, नेपाल और ब्रिटेन के बीच शांति, मैत्री और व्यापार त्रि-पक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर हुआ। इस संधि के तहत दोनों देशों ने अपने अलावा दूसरे देश के नागरिकों को भी लगभग समान अधिकार दिए और बिना वीजा नौकरी भी की जा सकती है, ऐसा संधि में था।
पहले भी इस संधि पर बिबाद हो चूका हे। पहली बार बड़ा विवाद साल 2018 में हुआ था। तब ब्रिटेन ने गोरखा महिलाओं की भर्ती की बात की फिर दिसंबर 2019 में नेपाल ने इसके लिए आवाज उठाई। \