LAC में तनाव कम करने के लिए हुए 5 अहम् बाते, मास्को में दो देशों के बीच हुई ये द्विपक्षीय वार्ता
नई दिल्ली : भारत-चीन सीमा विवाद गुरुवार को LAC में देखने को मिला था । अब रूस के मास्को में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की एक बैठक के दौरान, भारतीय विदेश मंत्री एस। जयशकर ने अपने चीनी समकक्ष वांग विंक के साथ आलोचना की।
दो-ढाई घंटे की वार्ता के दौरान, पाँचों पक्ष सीमा विवाद के समाधान के लिए सहमत हुए। एलएसी की पंगंग झील में घुसपैठ करने के लिए चीनी सैनिकों द्वारा बार-बार किए गए प्रयासों पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच झड़पें हुईं। भारत ने पंगंग के दक्षिणी तट पर कब्जे के चीन के प्रयासों को विफल कर दिया है। इससे पहले 5 सितंबर को दोनों रक्षा मंत्रियों की बैठक हुई थी। भारत-चीनी विदेश मंत्रियों के बीच द्विपक्षीय वार्ता से पहले, दोनों रूसी और रूसी विदेश मंत्रियों ने एक त्रिपक्षीय बैठक में भाग लिया।
यह 5 बात पर दोनों देशों के बीच एक समझौता है:
- सीमावर्ती क्षेत्रों की मौजूदा स्थिति किसी भी देश के लिए फायदेमंद नहीं है। दोनों देशों के जबानो के लिए भी बातचीत चल रही है (विवादित क्षेत्रों से सैनिकों को हटाने के लिए काम करना चाहिए)। दोनों देशों के बीच दूरी बनाए रखने से संघर्ष कम होगा।
- दोनों देसो की नेताओ के बिच हुई सहमति को लेकर आगे सिमा में तनाब को काम किया जा सकता हे ।
- दोनों देशों के बिस्व्ह हुई आपस समझौता को लेकर ही चलना होगा, सिमा में शांति कायम करके ही, आगे की करबाई से हल करसकते हे,जिसके बाद दोनों दशाओं के बिच शांति बनाये रखा जाएगा ।
- दोनों देशों को सीमा पर चल रहे संघर्ष पर काम करना चाहिए। ताकि चल रहे विवाद को जल्द सुलझाया जा सके।
- विशेष प्रतिनिधि (एसआर) के माध्यम से वार्ता जारी रखी जानी चाहिए। WMCC की बैठक समान होनी चाहिए।
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